गलत खानपान की आदत और लापरवाही के चलते हमें कई ऐसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिसका समय पर यदि इलाज ना करवाया जाए तो यही बीमारियां गंभीर रूप धारण कर सकती हैं। ऐसी ही एक बीमारी है एनीमिया। इसे शरीर में खून की कमी भी कहते हैं। शरीर में आयरन और कुछ विटामिन्स की कमी के चलते एनीमिया की परेशानी हो जाती है। एनीमिया किस विटामिन की कमी से होता है? तो आपको बता दें कि विटामिन बी12 विटामिन बी9 (फ़ोलेट) की कमी के कारण एनीमिया की बीमारी हो जाती है। आज इस लेख में हम एनीमिया इन हिंदी, एनीमिया के लक्षण, कारण और एनीमिया का आयुर्वेदिक इलाज के बारे में जानेंगे।
एनीमिया क्या है? - What is Anemia?
आइए सबसे पहले जानते हैं कि एनीमिया क्या है? एनीमिया एक रक्त संबंधी बीमारी है, जिसे हिंदी में 'रक्ताल्पता' के नाम से भी जाना जाता है। इस बीमारी का सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं होती हैं। कई बार तो इस बीमारी की वजह से इतनी गंभीर हो जाती हैं कि उनकी जान भी चली जाती है। एनीमिया के रोगी के शरीर में तेजी से आयरन की कमी होना शुरू हो जाती है जिस वजह से हीमोग्लोबिन बनना कम हो जाता है। इसके फलस्वरूप शरीर में खून की कमी होने लगती है जिसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है।
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एनीमिया के प्रकार - Anemia Types in Hindi
आयरन कम होने के कारण एनीमिया होना - आयरन की कमी होने से होने वाला एनीमिया, एनीमिया का सामान्य प्रकार है जो आमतौर पर तब होता है जब बहुत समय से मासिक धर्म के कारण खून की कमी हो रही हो। गर्भावस्था में भ्रूण के विकास, बच्चों में बचपन और किशोरावस्था में विकास के लिए आयरन की ज्यादा जरूरत के कारण भी शरीर में आयरन की कमी हो जाती है जिस कारण एनीमिया हो जाता है।
एप्लास्टिक एनीमिया - एप्लास्टिक एनीमिया रक्त में होने वाला एक दोष है जिसके कारण शरीर की हड्डियों की मज्जा पर्याप्त रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाती। इस कारण स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं जैसे एरिथमिया, हृदय के आकार में वृद्धि, हार्ट फेल होना, रक्तस्राव और संक्रमण आदि हो सकती हैं। यह समस्या एकदम से या धीरे-धीरे विकसित होती है और समय के साथ गंभीर होती चली जाती है, जब तक कि इसका इलाज न किया जाए।
हीमोलिटिक एनीमिया - इस प्रकार का एनीमिया तब होता है, जब लाल रक्त कोशिकाएं अपने सामान्य जीवन काल के समाप्त होने से पहले ही नष्ट हो जाती हैं।
सिकल सेल एनीमिया - सिकल सेल एनीमिया एक गंभीर रक्त विकार है, इसमें लाल रक्त कोशिकाएं सख्त और दरांती के आकार की हो जाती हैं।
विटामिन-बी12 की कमी से एनीमिया - आयरन की तरह हीमोग्लोबिन के उचित और पर्याप्त उत्पादन के लिए भी विटामिन बी12 की जरूरत होती है। ज्यादातर पशु उत्पाद में विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में होता है लेकिन अगर कोई शाकाहारी है तो उसे विटामिन बी12 की कमी हो सकती है। इस विटामिन की कमी से भी शरीर में हीमोग्लोबिन का निर्माण रुक जाता है और हीमोग्लोबिन कम होने के कारण ही एनीमिया हो सकता है।
थैलेसीमिया - थैलेसीमिया आनुवंशिक विकार है, जिसमें शरीर हीमोग्लोबिन असामान्य रूप से या कम मात्रा में बनाता है। इस विकार के कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पाता और यह विकार बड़ी संख्या में लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।
फैंकोनी एनीमिया - फैंकोनी एनीमिया एक दूसरा अनुवांशिक रक्त विकार है जो बोन मैरो को कमजोर बना देता है। फैंकोनी एनीमिया अस्थि मज्जा को पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने से रोकता है।
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खून की कमी से एनीमिया - पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव, या फिर चोट और सर्जरी के चलते शरीर में रक्त की कमी हो जाती है, जिसके कारण भी एनीमिया हो सकता है।
एनीमिया के लक्षण - Anemia Symptoms in Hindi
आइए एनीमिया के लक्षणों पर नज़र डालते हैं-
अनियमित दिल की धड़कन - अनियमित दिल की धड़कन या तेज हृदय गति यह संकेत करती है कि आपका शरीर अपनी ऊर्जा की कमी की भरपाई करने की कोशिश कर रहा है। जब आपका शरीर अधिक ऑक्सीजन देने के लिए रक्त को तेजी से परिचालित करके उपलब्ध हीमोग्लोबिन की थोड़ी मात्रा को चारों ओर फैलाने की कोशिश कर रहा है तो यह एनीमिया की कमी का एक लक्षण है।
सांस लेने में कठिनाई - एनीमिया ऐसी बीमारी है जिसमें आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिलता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण आप थकान या कमजोरी महसूस कर सकते हैं और सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना, सिर दर्द और अनियमित दिल की धड़कन यह सभी एनीमिया के लक्षण हैं।
सीने में दर्द - आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया थकान, सांस की तकलीफ और सीने में दर्द जैसे सामान्य एनीमिया के लक्षण पैदा कर सकता है।
हाथ-पैर ठंडे होना - आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया में हाथ और पैर ठंडे हो जाते हैं क्योंकि उनके पास अपने उत्तकों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं।
सिर दर्द - एनीमिया में सिरदर्द भी होता है क्योंकि आपका मस्तिष्क ऑक्सीजन के सामान्य स्तर से कम ऑक्सीजन प्राप्त करता है।
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थकान - थकान एनीमिया का सबसे आम लक्षण है। एनीमिया के कारण आपको थोड़ी देर के परिश्रम के बाद ही थकान महसूस होने लगती है क्योंकि आपके शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
कमजोरी - यदि आपको आयरन की कमी के कारण एनीमिया है तो आप अक्सर ही कमजोरी का अनुभव कर सकते हैं क्योंकि आपके शरीर में स्वस्थ नई लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए जरूरी आयरन की कमी है।
एनीमिया के कारण - Anemia Causes in Hindi
एनीमिया क्यों होता है? ये जानने के लिए इसके कारणों को जानना जरूरी है। आइए एनीमिया के कारणों के बारे में जानें-
- आयरन की कमी
- विटामिन बी12 की कमी
- कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव
- फ़ोलेट की कमी
- समय से पहले रक्त कोशिकाओं का नष्ट होना
- बोन मैरो का नष्ट या बाधित होना
- क्रॉनिक रोग जैसे किडनी रोग व कैंसर
- धीमी गति से रक्तस्राव
- अचानक रक्त की भारी कमी
- थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया जैसे आनुवंशिक रोग
- गर्भावस्था
एनीमिया का आयुर्वेदिक इलाज - Home Remedies for Anemia in Hindi
कुछ घरेलू उपचारों को अपनाकर भी आप एनीमिया को काफी हद तक कम कर सकते हैं। हालांकि ये पूरी तरह से तो इसका इलाज नहीं है लेकिन आप इस समस्या पर इन उपायों से कुछ हद तक काबू पा सकते हैं। आइए जानते हैं आयुर्वेद में एनीमिया के उपचार in hindi -
हरी सब्जियां - एनीमिया रोग से बचाव के लिए हरी सब्जियों का सेवन शुरू करें। शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाने के लिए पालक, मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन लाभकारी होता है। इसके साथ ही शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए आप ब्रोकली का भी सेवन कर सकते हैं।
चुकंदर - आयरन की समस्या में चुकंदर का सेवन भी काफी मददगार हो सकता है। एक शोध में पाया गया है कि चुकंदर के सेवन से लाल रक्त कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं। इसके अलावा यह शरीर में हीमोग्लोबिन के निर्माण में भी मदद कर सकती है। चुकंदर के सेवन के लिए आप एक या दो चुकंदर धोकर छीलकर काट लें। अब मिक्सर में इसे ब्लेंड कर लें। फिर एक गिलास में इसे डालें और नींबू का रस मिलाकर पीएं। रोज चुकंदर का जूस पीने से आपको एनीमिया रोग में फायदा होगा।
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खजूर और किशमिश - यदि आपको खून की कमी की शिकायत है तो आप खजूर और किशमिश खाना शुरू कर सकते हैं। खजूर और किशमिश आयरन के अच्छे स्रोत हैं। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करते हैं, साथ ही हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाते हैं। रोज नाश्ते में खजूर और किशमिश का सेवन करें।
बादाम - एनीमिया के लिए बादाम के फायदे देखे जा सकते हैं। खून की कमी को पूरा करने के लिए बादाम को अपनी डाइट में हर रोज शामिल करें। खासकर सुबह के समय भीगे हुए बादाम का सेवन अवश्य करें। इससे खून की कमी दूर होती है क्योंकि बादाम आयरन का बहुत अच्छा स्रोत है। महिलाओं को तो बादाम का सेवन जरूर करना चाहिए। महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम के लिए बादाम अच्छा ड्राई फ्रूट है।
गुड़-चना - एनीमिया की समस्या से छुटकारा पाने के लिए गुड़-चना एक बहुत ही सस्ता और आसान नुस्खा है। गुड़ में आयरन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। आप आयरन की कमी को पूरा करने के लिए गुड़ का सेवन कर सकते हैं। साथ ही आयरन की कमी को दूर करने के लिए चने का सेवन भी फायदेमंद होता है। इसमें भी आयरन बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है इसलिए एनीमिया की समस्या को दूर करने में गुड़ और चना दोनों सहायक है। गुड़ और चने को साथ में मिलाकर रोजाना सेवन करें।
एनीमिया से बचने के उपाय - How to Prevent from Anemia?
एनीमिया से बचने के लिए आप नीचे बताए गए कुछ उपायों को अपना सकते हैं-
- आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- संतुलित आहार को अपनी डाइट में शामिल करें।
- अगर किसी महिला को पीरियड्स के समय ज्यादा रक्तस्राव हो रहा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- खाने के साथ कॉफी या चाय पीने से बचें। यह शरीर में आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं।
- अगर कैल्शियम की गोलियां ले रहे हैं तो भी अपने डॉक्टर से बात करें क्योंकि कैल्शियम भी शरीर में आयरन के अवशोषण में बाधा डालता है।
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बादाम प्रोटीन और फाइबर का भी अच्छा स्रोत है और साथ ही यह आपको एनीमिया की समस्या से छुटकारा पाने में मदद करेगा। आज ही Namhya की वेबसाइट से इन्हें घर बैठे ऑर्डर करें और अपनी रोज की डाइट में शामिल करें।